भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार जीत दर्ज कर विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। तीन लगातार हार के बाद टीम ने 53 रनों से जीत हासिल की और डीएलएस पद्धति से मैच अपने नाम किया।
स्मृति मंधाना ने शतक जड़कर टीम को मजबूत पायदान पर पहुंचाया। कप्तान हरमनप्रीत कौर की रणनीतिक कुशलता ने भी जीत में अहम भूमिका निभाई।
स्मृति और प्रतिका रावल ने पहले विकेट के लिए 212 रनों की शानदार साझेदारी की। इस जोड़ी ने टीम के लिए मजबूत नींव रखी और बाद में गेंदबाजों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
हरमनप्रीत कौर ने जीत के बाद टीम की लचीलापन की सराहना की। उन्होंने कहा कि पूरी टीम में जोश था और सभी खिलाड़ी मैच के महत्व को समझते थे।
कप्तान ने बताया कि घरेलू दर्शकों के दबाव को टीम ने सकारात्मक तरीके से लिया। उन्होंने कहा कि यह समय दबाव में आने का नहीं बल्कि आनंद लेने का था।
गेंदबाजी में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए हरमनप्रीत ने कहा कि बल्लेबाजी तो अच्छी है लेकिन गेंदबाजी इकाई को और मजबूत होना होगा।
मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी स्मृति मंधाना ने शतक जड़कर फॉर्म में लौटने की खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह जीत टीम के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।
स्मृति ने बताया कि शुरुआती ओवरों में थोड़ी नर्वसनेस थी लेकिन बाद में उन्होंने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने प्रतिका रावल के योगदान की भी सराहना की।
न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन ने टूर्नामेंट से बाहर होने पर निराशा जताई। उन्होंने कहा कि यह टूर्नामेंट निराशाजनक रहा और उन्हें और अवसर मिलने चाहिए थे।
डिवाइन ने माना कि भारत का लक्ष्य बहुत बड़ा था। हालांकि उन्होंने अपनी टीम की लड़ने की क्षमता की प्रशंसा की और कहा कि आज का दिन उनका नहीं था।
भारतीय गेंदबाजों ने शानदार टीम प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड को 44 ओवर में 271 रनों तक सीमित रखा। रेणुका सिंह और क्रांति गौड़ ने दो-दो विकेट लिए।
रेणुका सिंह ने इस मैच में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए 100 अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे किए। उन्होंने सभी फॉर्मेट में अपनी लगातार अच्छी प्रदर्शन जारी रखी है।
न्यूजीलैंड की पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही जब सुजी बेट्स और सोफी डिवाइन जल्दी आउट हो गईं। बाद में ब्रुक हॉलिडे और इसाबेला गेज ने संभालने की कोशिश की।
ब्रुक हॉलिडे ने 81 रनों की शानदार पारी खेली जबकि इसाबेला गेज ने नाबाद 65 रन बनाए। लेकिन उनकी यह पारियां टीम को जीत दिलाने के लिए पर्याप्त नहीं थीं।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49 ओवर में 340 रनों का भारी स्कोर खड़ा किया। प्रतिका रावल के 122 और स्मृति मंधाना के 109 रनों ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
जेमिमा रॉड्रिग्स ने नाबाद 76 रनों की तेज पारी खेलकर टीम के कुल स्कोर को और बढ़ाया। यह टूर्नामेंट में भारत का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर रहा।



