
नई दिल्ली: अभिनेता और राजनेता कंगना रनौत को बुधवार को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया गया है। यह छानबीन दुर्गम शारीरिक आधार पर गरिमा और स्वाभिमान का प्रतीक है। यह चैंपियनशिप सितंबर-अक्टूबर में नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी।
39 वर्षीय कंगना रनौत, जिन्होंने ‘फैशन’ और ‘क्वीन’ जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय के लिए प्रशंसा हासिल की, वर्तमान लोकसभा में हिमाचल प्रदेश के मंडी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “भारत के पैरा एथलीट हर दिन जो संभव है उसे नया रूप दे रहे हैं। मुझे उन लोगों का समर्थन करने और उनके अद्वितीय उपलब्धियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का गर्व महसूस होता है। पैरा खेल केवल प्रतियोगिता का आधार नहीं है- यह साहस का प्रतीक है, और मैं अपने चैंपियंस के साथ खड़ी होने पर गर्व महसूस कर रही हूं।”
इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर पैरा ओलंपिक समिति के अध्यक्ष और बीजेपी नेता देवेंद्र झाझरिया ने भी अपनी खुशी जाहिर की। झाझरिया, जो कि दो बार के पैरा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भालाफेंकने वाले खिलाड़ी हैं, ने कहा, “कंगना की पैशन, प्रभाव और हमारे एथलीटों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए एक अद्भुत ब्रांड एंबेसडर बनाती है।”
यह भव्य आयोजन 26 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच आयोजित होगा, जिसमें 100 से अधिक देशों के एथलीट भाग लेंगे। यह सभी के लिए प्रेरणा स्रोत होगा, खासकर उन लोगों के लिए जो शारीरिक चुनौती का सामना करते हैं।
कंगना के जैसे व्यक्ति का चयन उन्हें अपने जीवन के पिछले अनुभवों के माध्यम से उन एथलीटों के दर्द और संघर्ष की गहराई से समझने की क्षमता देता है। उनके लिए यह सिर्फ एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह समाज की सोच को बदलने का भी एक प्रयास है। हम लोग अक्सर सिर्फ प्रतियोगिताओं की बात करते हैं, लेकिन इस अवसर के माध्यम से हम लोगों को यह भी दिखा सकते हैं कि साहस और समर्पण का क्या महत्व होता है।
कंगना की सक्रिय भागीदारी इस चैंपियनशिप को वैश्विक स्तर पर व्यापक पहचान दिला सकती है। उनकी लोकप्रियता और समर्थन का यह कार्यक्रम निश्चित रूप से भारत के पैरा एथलीटों के लिए प्रेरणा का काम करेगा। यह आयोजन न केवल प्रतिस्पर्धी भावना को बढ़ावा देगा, बल्कि यह हमारी समाज के दृष्टिकोण को पैरा स्पोर्ट्स के प्रति सकारात्मकता की ओर भी मोड़ेगा।
हर रोज़ नए रिकॉर्ड और उपलब्धियां बनाने के साथ, भारत के पैरा एथलीट अपनी छाप छोड़ने में लगे हुए हैं। ऐसे में कंगना का यह कदम निस्संदेह एक नई कहानी की शुरुआत कर सकता है, जहाँ हम अपनी सीमाओं को पार करते हुए आगे बढ़ते हैं।
जो महिलाएं और पुरुष इस कठिनाइयों के साथ आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी कहानियों को सुनने और उनके प्रति सम्मान दर्शाने का यह सही समय है। हम सभी को चाहिए कि हम उनके संघर्षों को समझें और उनके प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। कंगना का यह कदम एक सशक्त संदेश है कि हर व्यक्ति सक्षम है, यदि उसे सही अवसर दिया जाए।