
नई दिल्ली, 1 अगस्त (एएनआई)। परमाणु रक्षा विशेषज्ञ और पैराशूट रेजिमेंट के अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह ने शुक्रवार को भारतीय सेना के वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (वीसीओएएस) का पदभार संभाल लिया। वह लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि का स्थान ले रहे हैं, जिन्होंने 39 वर्षों की सेवा के बाद सेना से रिटायरमेंट ले लिया।
लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह का यह नियुक्ति उनके शानदार करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। वह 38 साल से अधिक समय तक सेना के लिए समर्पित रहे हैं और कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं में अपनी सेवाएं दी हैं।
साउथ ब्लॉक में आयोजित एक समारोह में उन्होंने नए पद की जिम्मेदारी संभाली। इससे पहले, वह आर्मी हेडक्वार्टर में डायरेक्टर जनरल ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स एंड स्ट्रैटेजिक मूवमेंट के पद पर तैनात थे।
लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने दिसंबर 1987 में 4थ बटालियन, द पैराशूट रेजिमेंट (स्पेशल फोर्सेस) में कमीशन प्राप्त किया था। उन्होंने ला मार्टिनियर कॉलेज, लखनऊ, लखनऊ यूनिवर्सिटी और प्रतिष्ठित इंडियन मिलिट्री अकादमी, देहरादून से शिक्षा प्राप्त की है।
उन्होंने ‘ऑपरेशन पावन’, ‘ऑपरेशन मेघदूत’, ‘ऑपरेशन ऑर्किड’ जैसी कई अहम ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है और ‘ऑपरेशन रक्षक’ में कई बार तैनात रहे हैं।
उनके पास कश्मीर घाटी और लाइन ऑफ कंट्रोल पर एक स्पेशल फोर्सेस यूनिट की कमान संभालने का अनुभव है। इसके अलावा, उन्होंने ‘ऑपरेशन स्नो लेपर्ड’ के तहत लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर एक इन्फैंट्री ब्रिगेड और माउंटेन डिवीजन की कमान भी संभाली।
हिमाचल प्रदेश में मुख्यालय वाले एक कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) के रूप में उनकी जिम्मेदारी संवेदनशील जम्मू, सांबा और पठानकोट क्षेत्रों की थी। पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर ऑपरेशनल गतिशीलता की उनकी गहरी समझ है।
उन्होंने डीएसएससी, वेलिंगटन में स्टाफ कोर्स, सीडीएम सिकंदराबाद में हायर डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स और आईआईपीए में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एडवांस्ड प्रोफेशनल प्रोग्राम पूरा किया है। उनके पास ऑस्मानिया यूनिवर्सिटी से मास्टर्स इन मैनेजमेंट स्टडीज और पंजाब यूनिवर्सिटी से मास्टर्स इन फिलॉसफी की डिग्री है।
देश के लिए उनकी सेवाओं के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल और सेना मेडल (बार) से सम्मानित किया गया है।
इससे पहले, लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि ने भारतीय सेना से रिटायरमेंट ले लिया। रिटायरमेंट से पहले उन्होंने नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली।
भारतीय सेना ने एक ट्वीट में उनकी सेवाओं को याद करते हुए लिखा, “भारतीय सेना उनके उत्कृष्ट नेतृत्व, पेशेवर रवैये और अद्भुत सेवाओं के लिए आभारी है और भविष्य में उनकी सफलता की कामना करती है।”