
आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने विशाखापत्तनम के एसीए-वीडीसीए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में एक स्टैंड का नाम पूर्व भारतीय कप्तान मिताली राज के नाम पर रखा है। एक गेट का नाम पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज रावी कल्पना के नाम पर रखा गया है। यह सम्मान भारतीय महिला क्रिकेट में उनके योगदान को देखते हुए दिया गया है।
इस कार्यक्रम का आयोजन रविवार को आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के दौरान भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच से पहले किया गया था।
इनॉगुरेशन में आईसीसी चेयरमैन जय शाह, आईटी मंत्री नारा लोकेश, एसीए अध्यक्ष केसिनेनी शिवनाथ और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया।
यह महत्वपूर्ण कदम अगस्त 2025 में हुई एक जेंडर-स्टीरियोटाइपिंग राउंड टेबल के बाद उठाया गया है। उस दौरान एक प्रमुख महिला क्रिकेटर ने स्टेडियम स्टैंड्स को महिला खिलाड़ियों के नाम पर रखने की अपील की थी।
कुछ ही हफ्तों के भीतर विजाग ने इस अपील को स्थायी स्टेडियम मान्यता के साथ पूरा कर दिखाया है।
मिताली राज ने 23 साल के करियर से महिला क्रिकेट को नया आकार दिया है। वह महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10,868 रन बनाकर भारत की सर्वाधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं।
कल्पना ने 2015 से 2016 के बीच भारत की ओर से सात वनडे मैच खेले थे।
इस अवसर को चिह्नित करने के लिए दोनों पूर्व खिलाड़ियों को एसीए प्रतीक चिह्न वाली एक सीमित संस्करण की हस्तनिर्मित चांदी की क्रिकेट बॉल भेंट की गई।
लोकेश ने कहा कि मिताली राज सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट की एक संस्था हैं। यह आंध्र प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि एसीए-वीडीसीए स्टेडियम का एक स्टैंड उनके नाम पर होगा।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि हमारे राज्य से कई युवा मिताली सामने आएंगी।
यह पहल महिला क्रिकेटरों के प्रति सम्मान और मान्यता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्टेडियम में स्थायी पहचान मिलने से युवा प्रतिभाओं को प्रेरणा मिलेगी।
महिला क्रिकेट के विकास में ऐसे प्रयासों का विशेष महत्व है।
खेलों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए ऐसे प्रतीकात्मक कदम अहम भूमिका निभाते हैं।
यह घटना भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में याद की जाएगी।
स्टेडियम में जाने वाले प्रशंसक अब मिताली स्टैंड और कल्पना गेट के माध्यम से इन महान खिलाड़ियों को याद कर सकेंगे।