
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से कुछ हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्णिया में एक विशाल रैली को संबोधित किया। उन्होंने राज्य में 36,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। यह कदम चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने उत्तरी बिहार के शहर पूर्णिया में नए विकसित एयरपोर्ट टर्मिनल का उद्घाटन भी किया। इससे इस क्षेत्र की हवाई संपर्क की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है।
मोदी के दौरे का एक और प्रमुख आकर्षण राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का उद्घाटन था। इस बोर्ड की स्थापना की घोषणा इसी साल के केंद्रीय बजट में की गई थी।
बिहार देश के कुल मखाना उत्पादन का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा पैदा करता है। प्रधानमंत्री ने अपने कई भाषणों में मखाना को सुपर फूड करार दिया है।
एक एक्स पोस्ट में मोदी ने कहा, मखाना और बिहार का बहुत मजबूत संबंध है। कल पूर्णिया से राष्ट्रीय मखाना बोर्ड लॉन्च किया जाएगा। इससे इस क्षेत्र से जुड़े कई किसानों को लाभ होगा।
भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए राज्य में सत्ता में बने रहने की उम्मीद कर रही है। गठबंधन का मानना है कि प्रधानमंत्री बिहार को प्राथमिकता दे रहे हैं।
एक वरिष्ठ भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, अपने 11 साल के कार्यकाल में मोदी ने बिहार को लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं दी हैं।
चौधरी हाल ही में पीएम के दौरे की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए पूर्णिया गए थे। उन्होंने कहा कि कल एक और बड़ी सौगात मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा, राज्य डबल इंजन सरकार के फल का आनंद ले रहा है। यह बयान सत्ता में बने रहने के भाजपा के आत्मविश्वास को दर्शाता है।
पूर्णिया में आयोजित रैली में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने विकास परियोजनाओं के महत्व पर जोर दिया।
मखाना बोर्ड की स्थापना से किसानों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। इससे मखाना उत्पादन और विपणन में सुधार होगा।
नए एयरपोर्ट टर्मिनल से क्षेत्र के परिवहन ढांचे में सुधार आएगा। यह उत्तरी बिहार के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री का यह दौरा चुनावी महत्व का माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक इसे एनडीए के चुनावी अभियान की शुरुआत मान रहे हैं।
बिहार में आगामी चुनावों को देखते हुए यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
विकास परियोजनाओं का शुभारंभ सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। यह मतदाताओं तक पहुंचने का एक प्रभावी माध्यम साबित होता है।