
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने गोपालगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
नीतीश कुमार ने बताया कि उनकी सरकार नवंबर 2005 में सत्ता में आई थी। तब से लेकर अब तक लगातार विकास कार्य किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पहले की स्थिति बहुत खराब थी। लोग शाम के बाद घरों से बाहर नहीं निकल पाते थे।
समाज में संघर्ष और सांप्रदायिक दंगे होते थे। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों और बिजली की कमी थी।
अब बिहार में डर का माहौल नहीं है। राज्य में शांति, प्यार और भाईचारा है।
पहले हिंदू-मुस्लिम झगड़े बहुत होते थे। हमने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू की। अब कोई संघर्ष नहीं है।
बदमाश रात में हिंदू मंदिरों में घुसकर उपद्रव करते थे। 2016 के बाद 60 साल से अधिक पुराने मंदिरों में चहारदीवारी बनाई गई।
भारतीय जनता पार्टी के नेता उपेंद्र प्रसाद ने कहा कि लोग एनडीए का समर्थन कर रहे हैं। वे नीतीश कुमार की डबल इंजन सरकार के काम से संतुष्ट हैं।
लोगों को केवल उनसे ही उम्मीदें होती हैं जो काम करते हैं। लोगों ने 2005 से पहले का बिहार देखा है।
2025 के बिहार चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच होगा।
एनडीए में भाजपा, जनता दल यूनाइटेड, लोक जनशक्ति पार्टी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
महागठबंधन का नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल कर रही है। इसमें कांग्रेस, सीपीआई-एमएल, सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी शामिल हैं।
प्रशांत किशोर के जन सुराज ने भी राज्य की सभी 243 सीटों पर दावा ठोका है।
विधानसभा चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
नीतीश कुमार ने जोर देकर कहा कि बिहार में अब शांति और विकास का माहौल है। लोग बिना डर के अपना जीवन जी रहे हैं।