
Chirag Paswan
बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आया है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के निवास पर पहुंचकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब चुनावी माहौल गर्म है और विपक्षी दलों ने जेडीयू और एलजेपी-रामविलास के बीच मतभेदों की बात उठाई थी।
चिराग पासवान ने इस मुलाकात को खुशी का क्षण बताया और कहा कि इससे उनके घर में चाहत पर्व की खुशी दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का आगमन न केवल व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण था बल्कि इसने दोनों दलों के बीच एकजुटता का संदेश भी दिया है।
एलजेपी-रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार और देशवासियों को चाहत की शुभकामनाएं देते हुए एकता पर जोर दिया। उन्होंने महागठबंधन पर चुनाव के दौरान ‘झूठी कहानी’ फैलाने का आरोप लगाया।
चिराग पासवान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विपक्ष हमेशा चुनाव के समय यह दिखाने की कोशिश करता है कि मुख्यमंत्री नाराज हैं। उन्होंने कहा कि जेडीयू और एलजेपी के बीच कोई मतभेद नहीं है और मुख्यमंत्री का आना इस बात का प्रमाण है।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के आने से उनके घर में चाहत का त्योहार और भी खुशनुमा हो गया है। पासवान ने पूरे देश विशेषकर बिहार के लोगों को चाहत की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
चिराग पासवान ने 14 नवंबर को अपने गठबंधन की जीत की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि वे 2010 के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी यादव को पता है कि उनकी सरकार नहीं बनेगी।
लोक जनशक्ति पार्टी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा है और विधानसभा चुनाव में पार्टी 29 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जेडीयू 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है।
इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण बिहार की जनता लालू प्रसाद को चोर मानती है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद का परिवार भ्रष्टाचार और चोरी के लिए जाना जाता है। उन्होंने दावा किया कि जब लालू प्रसाद देश के रेल मंत्री बने तो उन्होंने नौकरी के बदले जमीन लेना शुरू कर दिया था।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार ने लालू प्रसाद के परिवार को 15 साल तक सत्ता दी लेकिन केवल 94,000 लोगों को सरकारी नौकरियां मिल पाईं। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार के शासनकाल में 18.5 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां मिली हैं।
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता जानती है कि एक तरफ विकास करने वाली सरकार है जो अच्छी सड़कें देती है। उन्होंने कहा कि घोषणापत्र से स्पष्ट होता है कि सरकार क्या चाहती है और उसका बजट क्या होगा।
उन्होंने कहा कि केवल बातें करने से बिहार की जनता समझने वाली नहीं है। बिहार के लोग समझ गए हैं कि लालू प्रसाद का परिवार लूट और अपराध करने के लिए है।
चुनावी माहौल में यह राजनीतिक गतिविधियां महत्वपूर्ण हैं क्योंकि बिहार में 243 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान 6 नवंबर और 11 नवंबर को होना है।
नीतीश कुमार के दौरे ने गठबंधन की एकजुटता को मजबूत किया है और चुनाव से पहले एक सकारात्मक संदेश दिया है।
चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की संभावनाओं में आत्मविश्वास जताया और कहा कि वे ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे।
बिहार की राजनीति में यह नया विकास चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है और गठबंधन की ताकत को दर्शाता है।










