
हैदराबाद में एशिया कप 2025 का फाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया। रविवार की रात हुई इस जबरदस्त प्रतियोगिता के बाद पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में विवाद हो गया। पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने गुस्से में अपना चेक फेंक दिया।
भारत ने रोमांचक मुकाबले में पांच विकेट से जीत दर्ज की। लेकिन मैच खत्म होने के बाद भी काफी ड्रामा हुआ।
भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष और पाकिस्तान के इंटीरियर मंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने बिना ट्रॉफी के ही जीत का जश्न मनाया।
भारतीय टीम और नकवी के बीच हुआ यह तनाव टूर्नामेंट के अंत में बिना आधिकारिक ट्रॉफी हस्तांतरण के समाप्त हुआ। क्रिकेट इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है।
विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। आगा ने मैच के बाद एक और विवादास्पद कदम उठाया। उन्होंने रनर-अप चेक लिया और क्षण भर बाद ही इसे निराशा में दूर फेंक दिया।
आगा के इस कदम पर दर्शकों ने नाराजगी जताई। देरी से हुए समारोह में उपस्थित लोगों ने उन्हें खूब सीटी बजाई।
यह घटना सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गई। क्रिकेट प्रेमियों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
कई लोगों ने खिलाड़ी के व्यवहार को अनुचित बताया। वहीं कुछ लोगों ने हार के बाद की भावनात्मक प्रतिक्रिया को समझने की बात कही।
यह घटना खेल की भावना के लिए उचित नहीं मानी जा रही है। पेशेवर खिलाड़ियों से बेहतर व्यवहार की उम्मीद की जाती है।
टीम के कप्तान के रूप में आगा की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। उनके इस कदम से पूरी टीम की छवि प्रभावित हुई है।
क्रिकेट में जीत-हार तो लगी रहती है। लेकिन खेल भावना का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए।
इस घटना के बाद अब बीसीसीआई और पीसीबी के बीच बातचीत होने की संभावना है। दोनों देशों के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं।
भविष्य में होने वाले द्विपक्षीय मैचों पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। क्रिकेट प्रशासन को इस मामले पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
खिलाड़ियों को भावनाओं पर काबू रखना सीखना होगा। ऐसे विवादों से खेल की गरिमा को ठेस पहुंचती है।