
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया। ये बसें 30 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई हैं। इसके साथ ही एकता नगर में अब कुल 55 ई-बसें पर्यटकों को निशुल्क सेवा प्रदान करेंगी।
प्रधानमंत्री ने एकता नगर को देश की मॉडल ई-सिटी के रूप में विकसित करने की अपनी योजना साझा की। गुजरात सीएमओ की रिलीज के अनुसार यह हरित परिवहन और सतत पर्यटन का उदाहरण बनेगा।
उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने हरित झंडा दिखाकर बसों को रवाना किया। मौजूद अधिकारियों और पर्यटकों ने इस पहल का उत्साहपूर्वक स्वागत किया।
ये नई 9-मीटर लंबी एसी मिनी ई-बसें एक बार चार्ज में 180 किलोमीटर तक चल सकती हैं। इनमें दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हैं।
एक इनोवेटिव लिफ्टिंग सिस्टम के जरिए निर्धारित सीटों को नीचे उतारा जा सकता है। इससे सवारी का चढ़ना-उतरना आसान हो गया है।
महिलाओं के लिए चार विशेष गुलाबी सीटें आरक्षित की गई हैं। यह व्यवस्था उन्हें सुरक्षित और सुखद यात्रा का अनुभव देगी।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि एकता नगर सिर्फ पर्यटन केंद्र नहीं है। यह पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास का जीवंत उदाहरण बन रहा है।
ई-बसों की शुरुआत से वायु प्रदूषण कम होगा और ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी। पर्यटकों को आधुनिक और आरामदायक सुविधाएं मिलेंगी।
भारत की पहली ई-सिटी बनाने की दृष्टि के तहत स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्राधिकरण चरणबद्ध तरीके से हरित परिवहन प्रणाली लागू कर रहा है। इसमें ई-कार, ई-रिक्शा और ई-बसें शामिल हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस 2021 में प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद से एकता नगर पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन का प्रतीक बनता जा रहा है।
नई ई-बसों के जुड़ने से एकता नगर की निशुल्क, स्वच्छ और स्मार्ट परिवहन सेवा और बेहतर हुई है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में यह स्थान सतत विकास का प्रतीक बन रहा है।
हरित ऊर्जा और स्मार्ट पर्यटन के समन्वय से एकता नगर नया उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। यह परियोजना देश के लिए मिसाल बनेगी।
पर्यटकों को अब और अधिक सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा। यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र में परिवहन के ये नए साधन पर्यटन को नई गति देंगे। इससे क्षेत्र के विकास को नया आयाम मिलेगा।












