
मोतिहारी, बिहार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मोतिहारी में स्वामी शक्ति शरणानंद सरस्वती महाराज से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज मुझे मोतिहारी में स्वामी शक्ति शरणानंद सरस्वती जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला। उनका व्यक्तित्व तेज से परिपूर्ण है, जबकि उनके शब्द गहरी आध्यात्मिकता से ओतप्रोत हैं। महाराज जी के स्नेह, सहजता और मार्गदर्शन से मैं अभिभूत हूं।”
इससे पहले दिन में पीएम मोदी ने बिहार के मोतिहारी में एक रोड शो के माध्यम से जनता से संवाद किया और 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
रेलवे नेटवर्क को भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में पीएम मोदी ने चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेनें राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना) से नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी से दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) और मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) के बीच चलेंगी। इन नए मार्गों से क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
प्रधानमंत्री ने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डे-एनआरएलएम) के तहत बिहार की लगभग 61,500 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को 400 करोड़ रुपये जारी किए। महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर विशेष ध्यान देते हुए 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को एसएचजी से जोड़ा गया है।
पीएम आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के 12,000 लाभार्थियों के लिए गृह प्रवेश समारोह में उन्होंने कुछ लाभार्थियों को घरों की चाबी सौंपी और 40,000 लाभार्थियों को 160 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की।
बिहार में मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत मत्स्य पालन विकास परियोजनाओं की श्रृंखला का उद्घाटन किया।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने दरभंगा में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) की नई सुविधा और पटना में एसटीपीआई की अत्याधुनिक इन्क्यूबेशन सुविधा का उद्घाटन किया। ये सुविधाएं आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम उद्योग और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ये सुविधाएं आईटी सॉफ्टवेयर और सेवा निर्यात को बढ़ावा देने में मदद करेंगी। यह उभरते उद्यमियों के लिए टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम को भी सशक्त बनाएगा, साथ ही नवाचार, बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) और उत्पाद विकास को प्रोत्साहित करेगा।