
पंजाब सरकार अनाथ और असहाय बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निरंतर काम कर रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार इन बच्चों को वित्तीय सहायता और सामाजिक सहयोग योजनाएं प्रदान कर रही है।
सामाजिक सुरक्षा मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बुधवार को यह जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में पहले ही 242.77 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं।
यह सहायता उन बच्चों को मिल रही है जिन्होंने माता-पिता में से एक या दोनों को खो दिया है। जिन परिवारों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, उनके बच्चे भी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 410 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इस योजना के तहत 2,32,290 बच्चों को निरंतर वित्तीय सहायता मिल रही है।
यह सहायता मुख्य रूप से बच्चों की शिक्षा को सहायता प्रदान करने के लिए है। सरकार का लक्ष्य इन बच्चों के जीवन स्तर और भविष्य में सुधार लाना है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि कोई भी बच्चा बुनियादी जरूरतों, देखभाल और विकास के अवसरों से वंचित न रहे।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि सरकार का निरंतर समर्थन समाज के सबसे कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता और मानवता को दर्शाता है।
विभाग आश्रित बच्चों के लिए एकीकृत विकास कार्यक्रमों पर दृढ़ता से काम कर रहा है। इनमें कौशल विकास, परामर्श और शैक्षिक सहायता शामिल है।
सरकार का उद्देश्य केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं है। बल्कि हर बच्चे को एक सक्षम नागरिक बनने में मदद करना है।
यह योजना बच्चों के समग्र विकास पर केंद्रित है। शिक्षा के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
पंजाब सरकार की यह पहल राज्य के भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बच्चों को बेहतर अवसर प्रदान करने से समाज का संतुलित विकास संभव होगा।
सरकार की इस कोशिश से हजारों बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा। यह योजना उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने में मदद करेगी।
बच्चों को मिल रही इस सहायता से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। वे शिक्षा और कौशल के माध्यम से अपना भविष्य उज्जवल बना सकेंगे।
पंजाब सरकार की यह योजना राज्य के युवाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे एक बेहतर और समृद्ध समाज का निर्माण होगा।










