
बिहार के नालंदा और शेखपुरा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने मोदी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सामना करने की हिम्मत न होने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने भरी हुई सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार अब पेपर लीक और खराब स्वास्थ्य ढांचे का पर्याय बन गया है। उन्होंने इंडिया गठबंधन के अभियान को मजबूत करने की कोशिश की।
गांधी ने दावा किया, अमेरिकी राष्ट्रपति कई बार कह चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुका था। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री में ट्रंप का सामना करने की हिम्मत नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा, मोदी जी ट्रंप से डरते हैं इसलिए अमेरिका की यात्रा नहीं कर रहे हैं। यह बात उन्होंने जोरदार तालियों के बीच कही।
राहुल गांधी ने बिहार की समस्याओं की ओर ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि राज्य में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। पेपर लीक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर चिंता जताई गई। गांधी ने कहा कि बिहार के अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। मरीजों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पा रहा है।
राजनीतिक रैलियों में उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना जारी रखी। उनका कहना था कि केंद्र सरकार बिहार के विकास में रुचि नहीं दिखा रही है।
गांधी ने ट्रंप के बयानों पर मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों का जवाब देना चाहिए था।
बिहार की जनता से अपील करते हुए राहुल ने कहा कि इंडिया गठबंधन परिवर्तन लाएगा। उन्होंने युवाओं को रोजगार और बेहतर शिक्षा का आश्वासन दिया।
रैलियों में उपस्थित लोगों ने उनके भाषण का उत्साहपूर्वक जवाब दिया। लोगों ने नारे लगाए और तालियां बजाईं।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से खड़ा होना चाहिए।
बिहार के मुद्दों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है। युवाओं को नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं।
गांधी ने कहा कि इंडिया गठबंधन बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जनता से समर्थन का आह्वान किया।
अपने संबोधन के अंत में उन्होंने कहा कि बदलाव का समय आ गया है। लोगों ने इस पर जोरदार प्रतिक्रिया दी।










