
कर्नाटक सरकार ने साल 2025 के लिए महात्मा गांधी सेवा अवार्ड की घोषणा की है। यह सम्मान प्रसिद्ध इतिहासकार और लेखक रामचंद्र गुहा को दिया जाएगा।
यह पुरस्कार सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा हर साल दिया जाता है। इसका उद्देश्य समाज में गांधीवादी मूल्यों को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित करना है।
रामचंद्र गुहा को भारतीय इतिहास, राजनीति, पर्यावरण आंदोलनों और cricket पर उनके शोध और लेखन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। उनकी प्रमुख कृतियों में भारत के स्वतंत्रता बाद के इतिहास पर India After Gandhi शामिल है।
इसके अलावा A Corner of a Foreign Field भारतीय cricket के सामाजिक इतिहास पर केंद्रित है। The Unquiet Woods ग्रासरूट पर्यावरण आंदोलनों का अध्ययन प्रस्तुत करती है।
गांधी जी पर उनकी दो खंडों वाली जीवनी विशेष रूप से उल्लेखनीय है। Gandhi Before India और Gandhi: The Years That Changed the World ने गांधी दर्शन को नए सिरे से समझने में मदद की है।
इन जीवनी ग्रंथों का कन्नड़ सहित कई भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है। इससे क्षेत्रीय पाठकों तक गांधी के विचार पहुंचे हैं।
अधिकारियों के अनुसार यह पुरस्कार गुहा की गांधीवादी दर्शन के विश्लेषण और उसे समकालीन मुद्दों से जोड़ने की भूमिका को मान्यता देता है।
उनके कार्य ने व्यापक दर्शकों तक पहुंच बनाई है। इससे भारत में लोकतंत्र, सामाजिक समानता और नागरिक जिम्मेदारी पर चर्चाओं को बल मिला है।
एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में यह बात सामने आई। गुहा के लेखन ने गांधी के विचारों को आधुनिक संदर्भ में प्रासंगिक बनाया है।
उनकी रचनाएं न केवल अकादमिक जगत बल्कि आम पाठकों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हुई हैं। इससे गांधीवादी मूल्यों का प्रसार हुआ है।
कर्नाटक सरकार का यह कदम गांधी के विचारों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। यह पुरस्कार समाज सेवा और बौद्धिक योगदान को एक साथ मान्यता देता है।
गुहा का काम दर्शाता है कि गांधी के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने इतिहास और वर्तमान के बीच एक सार्थक कड़ी बनाई है।
यह सम्मान उनकी साहित्यिक सेवाओं और सामाजिक चेतना के प्रसार में योगदान को रेखांकित करता है।