
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने शनिवार को अपना 37वां जन्मदिन मनाया। आधुनिक दौर के सबसे बड़े मैच विजेता खिलाड़ियों में शुमार जडेजा का सफर 2009 में डेब्यू के बाद से लगातार ऊंचाइयों को छूता रहा है।
उनकी पहचान शुरुआत में एक कलात्मक स्पिनर और निचले क्रम के उपयोगी बल्लेबाज के तौर पर बनी। आज वह दुनिया की किसी भी टीम में विशेषज्ञ बल्लेबाज या गेंदबाज के रूप में जगह बना सकते हैं।
जडेजा ने पहली बार राष्ट्रीय सुर्खियां 2008 के अंडर-19 विश्व कप में बटोरीं। वह विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम के लिए संयुक्त रूप से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने छह मैचों में 13.20 के औसत से 10 विकेट लेकर टीम को कुआलालंपुर में स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
2008 में आईपीएल के पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स के तहत ऑस्ट्रेलियाई स्पिन जादूगर शेन वॉर्न की कप्तानी में टाइटल जीतने में भी उनका योगदान रहा। उस दौर के मानकों के हिसाब से तेज स्ट्राइक रेट 131.06 से नौ पारियों में 135 रन बनाकर उन्होंने अपनी उपयोगिता साबित की।
2009 में भारतीय टीम में डेब्यू करते हुए उन्होंने हार के बावजूद लड़ी गई अर्धशतकीय पारी खेली। 60 रनों की नाबाद पारी के बावजूद वह विकेट लेने में सफल नहीं हो पाए।
तब से लेकर आज तक जडेजा का भारत के लिए सभी प्रारूपों में मैच जीताने वाला योगदान अंतहीन रहा है। चाहे वह कोई महत्वपूर्ण पारी हो, गेम बदल देने वाला गेंदबाजी स्पेल हो, बिजली की तेजी से लपका गया कैच हो या फिर खतरनाक बल्लेबाज को रन आउट कर पवेलियन भेजना हो।
एक ऑलराउंडर के तौर पर इतने सारे काम एक साथ निपटाने और उन्हें आसानी से अंजाम देने के लिए आप निश्चित तौर पर जडेजा पर भरोसा कर सकते हैं। 2008 में ही शेन वॉर्न द्वारा रॉकस्टार का तमगा दिए जाने के बाद से जडेजा वाकई इस उपाधि पर खरे उतरे हैं।
उनके स्टाइलिश हेयरस्टाइल, अनूठे सेलिब्रेशन और बल्लेबाजी व गेंदबाजी दोनों में अविश्वसनीय आंकड़े इसकी गवाही देते हैं। हालांकि शुरुआती पहचान टेस्ट क्रिकेट में बनी, लेकिन रविंद्र जडेजा ने टेस्ट क्रिकेटर के रूप में अकेले ही हॉल ऑफ फेम योग्य करियर दिया है।
भारत के लिए 89 टेस्ट मैचों में उन्होंने 38.27 के औसत से 4095 रन बनाए हैं। 133 पारियों में उनके नाम छह शतक और 27 अर्धशतक दर्ज हैं जिनमें सर्वोच्च स्कोर 175 रनों का है। इन्हीं मैचों में उन्होंने 25.11 के शानदार औसत से 348 विकेट भी झटके हैं।
उनके नाम 7/42 के बेस्ट फिगर्स, 15 बार पांच विकेट हॉल और तीन बार दस विकेट हॉल शामिल हैं। फिटनेस को साथ लेकर चलने वाले इस ऑलराउंडर के लिए 2025-27 आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप साइकल तक खेलना संभव है। वह ऑलराउंडर के तौर पर 5000 रन और 400 विकेट का डबल हासिल कर सकते हैं।
ऐसा करने पर उनकी गिनती इतिहास के महानतम ऑलराउंडर्स में होगी। वह भारत के पांचवें सर्वोच्च टेस्ट विकेटकीपर हैं। जडेजा के विकेटों का बड़ा हिस्सा घरेलू सीरीज में आया है। घर पर खेले गए 53 टेस्ट मैचों में उन्होंने 20.95 के औसत से 256 विकेट लिए हैं।
इनमें 13 बार पांच विकेट हॉल और तीन बार दस विकेट हॉल शामिल हैं। घरेलू और विदेशी पिचों पर लगभग 40 के करीब बल्लेबाजी औसत रखने वाले जडेजा बल्ले से भरोसे और विश्वसनीयता के प्रतीक हैं।
उनकी तलवार पहले टेस्ट शतक के बाद से कई विशेषज्ञ बल्लेबाजों के बराबर या बेहतर रही है। पहली बार शतक का जश्न मनाने के बाद के 52 टेस्ट मैचों में उनका बल्लेबाजी औसत 43.07 रहा है। वह भारत के साथ दो बार आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंच चुके हैं।
2013 से 2024 तक भारत की घरेलू टेस्ट सीरीज में अजेय रहने की रन में भी वह एक अहम रचयिता रहे। वनडे क्रिकेट की बात करें तो जडेजा ने 206 मैचों और 139 पारियों में 32.89 के औसत से 2862 रन बनाए हैं।
उनके नाम 13 अर्धशतक हैं जिनमें सर्वोच्च स्कोर 87 रनों का है। साथ ही उन्होंने 35.87 के औसत से 231 विकेट भी लिए हैं। इनमें सात बार चार विकेट हॉल और दो बार पांच विकेट हॉल शामिल हैं जिनमें बेस्ट फिगर्स 5/33 के हैं।
वह भारत के साथ दो बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुके हैं। 2013 और 2025 के संस्करणों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। 2013 के संस्करण के दौरान वह स्टार से सुपरस्टार बनकर उभरे थे।
पांच मैचों में 12.83 के औसत से 12 विकेट लेकर वह टूर्नामेंट के सर्वोच्च विकेटकीपर रहे। इंग्लैंड के खिलाफ लो स्कोरिंग फाइनल में 30 के करीब रनों और दो विकेटों की मदद से उन्होंने मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार भी जीता।
टी20 इंटरनेशनल में जडेजा ने 74 मैचों में 21.45 के औसत से 515 रन बनाए हैं। साथ ही 29.85 के औसत से 54 विकेट लिए हैं। उनका टी20 विश्व कप का सपना पिछले साल पूरा हुआ जो इस प्रारूप में उनका स्वांसॉन्ग भी साबित हुआ।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों को मिलाकर उन्होंने 369 मैचों और 313 पारियों में 34.27 के औसत से 7472 रन बनाए हैं। इनमें छह शतक और 41 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 29.44 के औसत से 633 विकेट भी लिए हैं।
17 बार पांच विकेट हॉल और तीन बार दस विकेट हॉल के साथ वह भारत के लिए सभी प्रारूपों में पांचवें सर्वोच्च विकेटकीपर हैं। जडेजा एक प्रमाणित आईपीएल लीजेंड भी हैं। उन्होंने आरआर के साथ एक और चेन्नई सुपर किंग्स के साथ तीन टाइटल जीते हैं।
254 मैचों में 27.86 के औसत और 130 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 3260 रन बनाकर उनके नाम पांच अर्धशतक दर्ज हैं। साथ ही 30.51 के औसत से 170 विकेट लेकर उन्होंने तीन बार चार विकेट हॉल और एक बार पांच विकेट हॉल भी किया है। निस्संदेह वह फर्स्ट बैलट आईपीएल हॉल ऑफ फेमर भी हैं।










