
कांतारा: चैप्टर 1 की शानदार सफलता के बाद अभिनेता-निर्देशक रिशभ शेट्टी ने बिहार के प्राचीन मुंडेश्वरी मंदिर में माता के दर्शन किए। उन्होंने इस यात्रा के दौरान अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और आरती में शामिल हुए।
मंदिर परिसर में रिशभ की तस्वीरें सामने आई हैं जहाँ वह मंदिर के पास पोज़ देते हुए नज़र आए। उन्होंने माँ मुंडेश्वरी के अभिषेक अनुष्ठान में भी हिस्सा लिया और मंदिर की आध्यात्मिक वातावरण में डूब गए।
रिशभ के एक करीबी दोस्त ने बताया कि यह दुनिया का सबसे पुराना मंदिर है। कांतारा भारत की सबसे गहरी जड़ों वाली कहानियों पर आधारित है और इस फिल्म का माता चामुंडी से सीधा संबंध है।
मुंडेश्वरी देवी मंदिर 1915 से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित स्मारक है। यह प्राचीन मंदिर देवी दुर्गा और भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। इसे दुनिया का सबसे पुराना कार्यशील हिंदू मंदिर होने का दावा किया जाता है।
कांतारा: चैप्टर 1 की रचनात्मक टीम में संगीत निर्देशक बी. अजनीश लोकनाथ शामिल हैं। सिनेमैटोग्राफर अरविंद कश्यप और प्रोडक्शन डिजाइनर विनेश बंगलन ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कांतारा: ए लीजेंड – चैप्टर 1 एक महाकाव्य पौराणिक एक्शन फिल्म है जिसे रिशभ शेट्टी ने निर्देशित किया है। फिल्म में रिशभ शेट्टी के साथ जयराम, रुक्मिणी वसंत और गुलशन देवैया मुख्य भूमिकाओं में हैं।
यह फिल्म 2022 में रिलीज़ हुई कांतारा की प्रीक्वेल है। कहानी पहली फिल्म में पेश की गई परंपरा और पैतृक संघर्ष की उत्पत्ति में गहराई से उतरती है।
फिल्म प्री-औपनिवेशिक तटीय कर्नाटक की पृष्ठभूमि में सेट है। यह बूता कोला अनुष्ठान की प्राचीन जड़ों और 2022 में रिलीज़ हुई पहली फिल्म में खोजे गए इतिहास का पता लगाती है।
अपनी पूर्ववर्ती फिल्म की तरह यह प्रीक्वेल भी क्षेत्रीय लोककथाओं, आध्यात्मिकता और एक्शन को मिलाती है। यह मनुष्य के प्रकृति और दैवीय शक्तियों के साथ संबंधों की गाथा को आगे बढ़ाती है।
फिल्म 2 अक्टूबर को कन्नड़, हिंदी, तेलुगु, मलयालम, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी भाषाओं में रिलीज़ हुई थी।
वहीं 2022 में रिलीज़ हुई कांतारा में रिशभ ने दोहरी भूमिकाएँ निभाई थीं। फिल्म में सप्तमी गौड़ा, किशोर और अच्युत कुमार भी महत्वपूर्ण किरदारों में दिखे थे।
रिशभ शेट्टी की मुंडेश्वरी मंदिर यात्रा ने उनकी फिल्मों में दिखने वाली आध्यात्मिकता के प्रति गहरे लगाव को प्रदर्शित किया है। उनकी यह यात्रा फिल्म की सफलता के बाद की गई एक विशेष पूजा-अर्चना थी।
मुंडेश्वरी मंदिर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता ने रिशभ को विशेष रूप से आकर्षित किया। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है।
कांतारा फिल्म श्रृंखला ने भारतीय सिनेमा में पौराणिक और सांस्कृतिक विषयों को नई पहचान दी है। रिशभ शेट्टी का यह प्रयास दर्शकों के बीच खासा पसंद किया जा रहा है।
फिल्म की टीम ने क्षेत्रीय संस्कृति और परंपराओं को प्रामाणिकता के साथ पेश किया है। इसने भारतीय सिनेमा में नई राह दिखाई है और दर्शकों को एक अलग तरह का अनुभव प्रदान किया है।