
गुजरात की नवनियुक्त मंत्री रिवाबा जडेजा ने राज्य के सभी नागरिकों को गुजराती नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। यह बात उन्होंने जामनगर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
रिवाबा जडेजा भारतीय क्रिकेटर रविंद्रा जडेजा की पत्नी हैं। उन्हें हाल ही में गुजरात कैबिनेट में शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि विक्रम संवत 2082 के नए साल की शुरुआत पर सभी नागरिकों को उनकी ओर से शुभकामनाएं। भाजपा की परंपरा है कि दिवाली और नववर्ष के दिन सभी कार्यकर्ताओं और नागरिकों के लिए बधाई समारोह आयोजित किए जाते हैं।
इसी के तहत आज उनके विधानसभा क्षेत्र में एक बधाई समारोह आयोजित किया गया। यह समारोह उन्हें सौंपी गई नई जिम्मेदारी का भी हिस्सा था।
रिवाबा जडेजा ने सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने जामनगर के लोगों के स्नेह के लिए भी धन्यवाद दिया।
इस साल गुजराती नववर्ष 22 अक्टूबर को मनाया गया।
गुरुवार को जामनगर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा राज्य मंत्री रिवाबा जडेजा का भव्य स्वागत और सम्मान किया गया।
बाद में राजपूत समुदाय द्वारा एक विशाल बाइक रैली आयोजित की गई। इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नेताओं, युवाओं और समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया।
रिवाबा रविंद्रसिंह जडेजा मातृशक्ति चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक और प्रबंध ट्रस्टी हैं। वह लड़कियों की शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और विभिन्न केंद्र व राज्य सरकारी योजनाओं को समुदाय तक पहुंचाने से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
गुजरात कैबिनेट में हाल में बड़ा फेरबदल हुआ है। 16 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। नई कैबिनेट में रिवाबा जडेजा और सूरत के प्रमुख युवा नेता हर्ष संघवी जैसे कई नए चेहरे शामिल हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात की नवगठित कैबिनेट ने 17 अक्टूबर को शपथ ग्रहण की। इस समारोह में 21 नए मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी भी इस कैबिनेट का हिस्सा हैं। यह समारोह राज्य में नई सरकार के गठन का प्रतीक था।
रिवाबा जडेजा के मंत्री पद संभालने के साथ ही उनकी सार्वजनिक भूमिका में वृद्धि हुई है। उनके शैक्षणिक और सामाजिक कार्यों ने उन्हें राजनीति में विशेष पहचान दिलाई है।
जामनगर में आयोजित कार्यक्रमों ने उनकी लोकप्रियता को दर्शाया। स्थानीय लोगों ने उनके स्वागत में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
नए साल के मौके पर आयोजित यह कार्यक्रम सामुदायिक एकजुटता का उदाहरण बना। सभी वर्गों के लोगों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया।




