
सोमवार को सुबह के कारोबार में रुपये में सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 88.21 पर पहुंच गया। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक रुझान ने निवेशकों के मनोबल को प्रभावित किया।
फॉरेक्स व्यापारियों का कहना है कि H-1B वीजा शुल्क में हालिया वृद्धि से आईटी क्षेत्र में संवेदनशीलता पैदा हो सकती है। वीजा शुल्क अब 100,000 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष कर दिया गया है। इससे कंपनियों पर मार्जिन का दबाव बढ़ सकता है और प्रेषण में कमी आ सकती है।
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 88.20 पर खुला। इसके बाद यह गिराव के साथ 88.21 के स्तर पर पहुंच गया। इस तरह यह अपने पिछले बंद भाव की तुलना में 5 पैसे की गिरावट दर्ज कर रहा है।
शुक्रवार को रुपया 4 पैसे की बढ़त के साथ 88.16 पर बंद हुआ था।
H-1B वीजा शुल्क वृद्धि पर सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के एमडी अमित पबारी ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इसका क्षेत्रीय प्रभाव से आगे भारत के समग्र सेवा निर्यात पर भी असर पड़ सकता है।
पबारी ने आगे कहा कि यदि विदेश में तैनाती सीमित होती है तो देश के बाहरी संतुलन पर भी असर पड़ेगा। इस नीतिगत झटके से निवेशक सेंटीमेंट प्रभावित होने की संभावना है।
इससे निकट भविष्य में भारतीय आईटी क्षेत्र से इक्विटी आउटफ्लो हो सकता है। साथ ही इससे भारतीय रुपया पर भी दबाव बन सकता है।
इस बीच, डॉलर इंडेक्स में 0.13 प्रतिशत की बढ़त देखी गई। यह 97.77 के स्तर पर पहुंच गया। डॉलर इंडेक्स अमेरिकी डॉलर की ताकत को छह मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले मापता है।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स ट्रेड में 0.66 प्रतिशत की बढ़त के साथ 67.12 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दावा किया कि सोमवार से लागू हो रहे जीएसटी सुधार भारत की विकास गाथा को गति देंगे। उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देगा और देश की समृद्धि के लिए स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
घरेलू इक्विटी बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 475.16 अंक गिरकर 82,151.07 पर आ गया। इसी तरह निफ्टी 88.95 अंक घटकर 25,238.10 पर पहुंच गया।
एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध आधार पर 390.74 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि 12 सितंबर को समाप्त सप्ताह के लिए भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.698 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 702.966 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
पिछरे रिपोर्टिंग सप्ताह में, समग्र भंडार 4.038 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 698.268 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया था।
इस बीच, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल 22 सितंबर को व्यापार वार्ता के लिए एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका का दौरा करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल अमेरिकी टीम के साथ बातचीत करने की योजना बना रहा है। इस चर्चा का उद्देश्य पारस्परिक रूप से लाभप्रद व्यापार समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देना है।
मंत्री न्यूयॉर्क का दौरा करेंगे और उनके साथ मंत्रालय में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल और अन्य अधिकारी होंगे।