
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म 12 अक्टूबर 1935 को महाराष्ट्र के लातूर जिले के चाकुर गांव में हुआ था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट लिखकर शोक व्यक्त किया। उन्होंने शिवराज पाटिल को लोक मामलों के विशाल ज्ञान वाला नेता बताया। शाह ने पाटिल के परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि पाटिल एक अनुभवी नेता थे जिन्होंने अपना जीवन जनसेवा और समाज कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। पीएम मोदी ने उनके साथ हुई कई बातचीत को याद किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शोक संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि पाटिल के निधन से देश ने एक प्रमुख जनप्रतिनिधि खो दिया है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पद संभाले।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस निधन को पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि पाटिल की जनसेवा और राष्ट्र के प्रति योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। राहुल गांधी ने पाटिल परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
शिवराज पाटिल ने 1980 में राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश किया था। वह पहली बार सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने लगातार सात बार लोकसभा सीट बरकरार रखी।
वह भारतीय राजनीति के एक स्तंभ थे। उनके लंबे और विशिष्ट करियर में संसद, केंद्र सरकार और राज्य विधानसभाओं में अहम भूमिकाएं शामिल थीं। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे।
शिवराज पाटिल लोकसभा के दसवें अध्यक्ष रहे। उन्होंने चार दशक से अधिक के सार्वजनिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पद संभाले। उन्हें 2004 से 2008 तक केंद्रीय गृह मंत्री का पदभार भी सौंपा गया था।
26/11 मुंबई आतंकी हमलों के बाद उन्होंने 30 नवंबर 2008 को अपना इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया था।
उनका राजनीतिक सफर सांसद के रूप में शुरू हुआ और वह लोकसभा अध्यक्ष तक पहुंचे। उनकी विधायी समझ और संसदीय प्रक्रियाओं के ज्ञान की व्यापक रूप से सराहना की जाती थी।
शिवराज पाटिल महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर सेवा दी। उनका निधन लातूर में उनके निवास पर हुआ।
देश के शीर्ष नेताओं ने उनके योगदान को याद किया है। सभी ने उनकी सेवा भावना और राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रशंसा की है।
शिवराज पाटिल का राजनीतिक जीवन प्रेरणादायक रहा। उन्होंने सादगी और ईमानदारी के साथ लंबे समय तक देश की सेवा की। उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है।
उनके परिवार, समर्थकों और देशवासियों के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही है। शिवराज पाटिल का legacy भारतीय लोकतंत्र में हमेशा अमर रहेगा।










