
नई दिल्ली। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिनों के ऐतिहासिक मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने पर बधाई दी। कैबिनेट ने इसे भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक नए अध्याय की शुरुआत बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पारित एक प्रस्ताव में शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा को पूरे देश के लिए गर्व, गौरव और खुशी का पल कहा गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रस्ताव को पढ़कर सुनाया, जिसमें कहा गया कि शुभांशु शुक्ला का पृथ्वी पर सकुशल लौटना पूरे देश के लिए उत्सव का अवसर है। शुक्ला ने निजी Axiom 4 मिशन के तहत 20 दिन अंतरिक्ष में बिताए, जिनमें से 18 दिन ISS पर थे। यह मिशन भारत की गगनयान और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन जैसी महत्वाकांक्षाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। Axiom 4 मिशन 25 जून को लॉन्च किया गया था, जिसमें शुक्ला मिशन पायलट के तौर पर शामिल थे। वह ISS पर जाने वाले पहले भारतीय बने। कैबिनेट ने इस मिशन को युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया, जो विज्ञान और नवाचार की ओर उन्हें आकर्षित करेगा। ISS पर रहते हुए शुक्ला ने माइक्रोग्रैविटी में मांसपेशियों के पुनर्जनन, शैवाल विकास, फसल उत्पादन और साइनोबैक्टीरिया पर प्रयोग किए। कैबिनेट ने इसरो और वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की, साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को इसका श्रेय दिया। प्रस्ताव में चंद्रयान 3 और आदित्य L1 मिशन जैसी उपलब्धियों का भी जिक्र किया गया, जिन्होंने भारत को अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया है। सरकार द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र में किए गए सुधारों से 300 नए स्टार्टअप्स का उदय हुआ है, जिससे रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा मिला है।