
दक्षिण अफ्रीका की महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी महिला विश्व कप में बांग्लादेश को तीन विकेट से हराया। यह मुकाबला विशाखापत्तनम में खेला गया और इसमें दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए कड़ी लड़ाई लड़नी पड़ी।
बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 232 रन बनाए। शर्मिन अख्तर ने 50 और शोर्ना अख्तर ने 51 रन की नाबाद पारी खेली, जिससे टीम को मजबूत स्कोर बनाने में मदद मिली।
दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी में नोंकुलुलेको म्लाबा ने दो विकेट लिए। उन्होंने 42 रन देकर अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और वह 78 रन पर पांच विकेट खो बैठी। इस मुश्किल समय में क्लोई ट्रायन और मैरिज़ैन कैप ने जिम्मेदारी संभाली।
ट्रायन ने 62 और कैप ने 56 रन बनाकर 85 रन की साझेदारी की। इस जोड़ी ने मैच को पलटने की नींव रखी और टीम को जीत की ओर ले गई।
अंत में नादीन डी क्लर्क ने 37 रन की नाबाद पारी खेली। मसाबाटा क्लास के साथ मिलकर उन्होंने तीन गेंदें शेष रहते जीत सुनिश्चित की।
दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ट ने मैच के बाद टॉप-ऑर्डर की कमजोर प्रदर्शन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह स्थिति आदर्श नहीं है, लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों का रन बनाना सकारात्मक बात है।
वोलवार्ट ने कहा, “यह जीत हमारी अपेक्षा से कहीं ज्यादा कठिन साबित हुई। हमें खुशी है कि अंत में हमने मैच जीत लिया। दबाव के समय में हमने धैर्य बनाए रखने की कोशिश की।”
उन्होंने आगे कहा, “टॉप-ऑर्डर का योगदान न मिलना चिंताजनक है, पर हम जीत तो हासिल कर रहे हैं। पहले ऐसे मैचों में हम हार जाते थे, लेकिन अब निचले क्रम के बल्लेबाज रन बना रहे हैं।”
कप्तान ने मैरिज़ैन कैप और क्लोई ट्रायन की साझेदारी की सराहना की। उन्होंने नादीन डी क्लर्क के योगदान को भी महत्वपूर्ण बताया और उम्मीद जताई कि आने वाले मैचों में टॉप-ऑर्डर बेहतर प्रदर्शन करेगा।
वहीं बांग्लादेश की कप्तान निगार सुल्ताना ने अपनी टीम की लड़ाई की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि हार के बाद टीम के सदस्य भावुक हो गए थे।
निगार ने कहा, “मैं टीम के प्रयासों से बहुत खुश हूं। उन्होंने आज 110 प्रतिशत दिया और जीत में विश्वास रखा। यह हमारे लिए एक बेहतरीन सीखने का अनुभव रहा।”
उन्होंने शोर्ना अख्तर की अर्धशतकीय पारी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने चरित्र दिखाया और बताया कि कैसे बल्लेबाजी करनी चाहिए।
बांग्लादेश की कप्तान ने कहा कि टीम ने पावर प्ले में विकेट खोने से बचने और साझेदारी बनाने पर ध्यान दिया। उन्होंने शर्मिन अख्तर के साथ 77 रन की साझेदारी को सफल बताया।
निगार ने माना कि 30वें ओवर के बाद गेंदबाजी अच्छी नहीं रही, लेकिन उन्होंने युवा टीम के विकास पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद बेहतर तरीके से लौटी है।
उन्होंने टीम को आगे के मैचों के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि उन्हें अपने प्रदर्शन पर गर्व होना चाहिए। निगार ने कहा कि यह आखिरी मैच नहीं है और टीम के पास सुधार के मौके हैं।
दोनों टीमों ने इस मैच में शानदार क्रिकेट खेला और दर्शकों को रोमांचित किया। यह मुकाबला टूर्नामेंट के इतिहास में यादगार बन गया है।