
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने एशिया कप 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ जीत को देश के सशस्त्र बलों को समर्पित किया। उनके इस कदम ने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रशंसा बटोरी है।
मैच के बाद सूर्यकुमार ने कहा कि हम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। उन्होंने इस जीत को सशस्त्र बलों को समर्पित करने की घोषणा की।
यह भावनात्मक संदेश उन्होंने अपने 35वें जन्मदिन पर दिया था। सूर्यकुमार ने नाबाद 47 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी।
उनकी इस बयान ने तुरंत वायरल हो गया। प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनके भाषण के क्लिप्स शेयर किए।
कई लोगों ने इसे ‘मैदान के बाहर कप्तान की सच्ची पारी’ बताया। उनकी परिपक्वता और समय की समझ की सराहना की गई।
भारत-पाकिस्तान की इस उच्च वोल्टेज मैच को उन्होंने राष्ट्रीय एकता के क्षण में बदल दिया। यह श्रद्धांजलि और भी मार्मिक हो गई।
पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इसने पूरे देश को शोक में डाल दिया था।
भारतीय सैन्य बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य सीमा पार आतंकी ढांचे को नष्ट करना है।
इस पृष्ठभूमि में सूर्यकुमार के शब्द एकजुटता और मनोबल बढ़ाने वाले देखे गए। भारतीय प्रशंसकों के लिए सात विकेट की जीत मीठी थी।
कप्तान के पोस्ट-मैच जेस्चर ने रात को क्रिकेट के साथ-साथ सशस्त्र बलों का बना दिया। मैच के बाद एक और महत्वपूर्ण घटना हुई।
भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने का कोई प्रयास नहीं किया। मैच खत्म होते ही सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे मैदान से चले गए।
उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ पारंपरिक पोस्ट-मैच हैंडशेक से परहेज किया। पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भी इस जेस्चर को बढ़ाने का कोई इरादा नहीं दिखाया।
मैच खत्म होने के बाद दोनों टीमों के बीच कोई स्पोर्ट्समैनशिप नहीं दिखी। पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा भी पारंपरिक पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन से अनुपस्थित रहे।
उन्होंने मैच के बारे में अपनी राय साझा नहीं की। इस मैच ने खेल और राष्ट्रवाद के बीच की जटिलता को उजागर किया।