
भारतीय टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव को ICC मैच रेफरी रिची रिचर्डसन द्वारा आधिकारिक सुनवाई के लिए बुलाया गया। यह कार्रवाई पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की शिकायत के बाद एशिया कप के दौरान की गई।
सूर्यकुमार यादव ने आरोपों को स्वीकार नहीं किया और निर्दोष होने का दावा किया। मैच रेफरी ने उन्हें किसी भी प्रकार की राजनीतिक टिप्पणी करने से बचने का निर्देश दिया।
पाकिस्तान की ओर से साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ की सुनवाई शुक्रवार को होने की उम्मीद है। भारत ने भी ICC के पास पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।
पीसीबी ने 14 सितंबर को खेले गए मैच के बाद सात दिनों की निर्धारित अवधि के भीतर शिकायत दर्ज की। इस मैच में सूर्यकुमार ने हाथ मिलाने से इनकार किया था।
विजेता टीम के कप्तान के रूप में सूर्यकुमार ने जीत भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता जताई।
हारिस रऊफ ने मैच के दौरान विवादास्पद इशारे किए। उन्होंने एक विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का संकेत दिया और भारतीय बल्लेबाजों के प्रति अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
साहिबजादा फरहान ने बल्ले से मशीनगन का इशारा करते हुए विवादित जश्न मनाया। यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए सुपर फोर मैच के दौरान घटी।
ICC ने अतीत में भी राजनीतिक संदेशों से जुड़े खिलाड़ियों को चेतावनी दी है। ऑस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा को 2023 में ब्लैक आर्मबैंड पहनने पर फटकार लगी थी।
2014 में इंग्लैंड के मोईन अली को गाजा समर्थन वाले विस्टबैंड पहनने पर प्रतिबंध झेलना पड़ा। ICC के नियम खिलाड़ियों की राजनीतिक गतिविधियों पर सख्त हैं।
एशियन क्रिकेट काउंसिल के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने भी सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट साझा किया। उन्होंने क्रिस्टियानो रोनाल्डो का वीडियो शेयर किया जिसमें समान इशारा दिखाई देता है।
यह घटना क्रिकेट के मैदान पर बढ़ते तनाव को दर्शाती है। दोनों देशों के बीच खेले जाने वाले मैच अक्सर राजनीतिक रंग ले लेते हैं।
ICC की जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या खिलाड़ियों ने कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन किया। दोनों पक्षों के खिलाफ लगे आरोप गंभीर प्रकृति के हैं।
क्रिकेट प्रेमी इस मामले के परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ICC का फैसला खिलाड़ियों के भविष्य के व्यवहार के लिए मिसाल कायम करेगा।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खिलाड़ियों की जिम्मेदारी केवल खेल तक सीमित रहनी चाहिए। राजनीतिक विवादों से खेल की भावना को नुकसान पहुंचता है।