
नई दिल्ली: इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने जर्मन टेक्नोलॉजी कंपनी रॉबर्ट बोश जीएमबीएच के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सहयोग इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उद्योगों से जुड़े कई प्रमुख क्षेत्रों को लेकर है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
दोनों कंपनियों के बीच हुए समझौते के तहत टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और बोश चिप पैकेजिंग और निर्माण के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। यह सहयोग असम में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की आगामी असेंबली और टेस्ट यूनिट तथा गुजरात में फाउंड्री में काम करेगा।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ रंधीर ठाकुर ने कहा कि यह साझेदारी भारत में एक समग्र सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स इकोसिस्टम बनाने के हमारे प्रयासों के अनुरूप है। इससे दुनिया भर में ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सहयोग भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी स्थान दिलाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
दोनों कंपनियां वाहन इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज के तहत स्थानीय परियोजनाओं की पहचान कर उन्हें पूरा करेंगी। इससे दोनों को परस्पर लाभ होगा।
रॉबर्ट बोश जीएमबीएच के सेमीकंडक्टर ऑपरेशंस के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट डिर्क क्रेस ने कहा कि बोश एडवांस्ड ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स की बढ़ती मांग और मोबिलिटी के भविष्य में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानता है। बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और सप्लाई चेन को मजबूत बनाने के लिए बोश टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ साझेदारी करके खुश है।