
Tejasvi yadav
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा वादा किया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन की सरकार बनते ही शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी।
तेजस्वी ने शनिवार को अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट लिखकर यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि टीचर्स रिक्रूटमेंट एग्जामिनेशन तुरंत शुरू होगा।
उन्होंने अपने 17 महीने के कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने दो लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की थी। यह भर्ती प्रक्रिया TRE-1 और TRE-2 के तहत पूरी हुई थी।
तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि उनके कार्यकाल में किसी भी भर्ती परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ। उन्होंने 1.3 लाख अतिरिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया भी शुरू की थी।
राजद नेता ने वर्तमान एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने TRE-4 के तहत घोषित रिक्तियों की संख्या में भारी कटौती की है।
तेजस्वी के मुताबिक एनडीए सरकार ने最初 में 1.27 लाख शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया था। अब उन्होंने इस संख्या में एक लाख की कटौती कर दी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनका वादों से मुकरने का रिकॉर्ड सबको पता है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार बनते ही TRE-4 भर्ती प्रक्रिया तुरंत शुरू हो जाएगी।
तेजस्वी के ये बयान सीएम नीतीश कुमार की पोस्ट के जवाब में आए हैं। नीतीश कुमार ने TRE-4 भर्ती और महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का जिक्र किया था।
इससे पहले 9 अक्टूबर को तेजस्वी ने एक और बड़ा वादा किया था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हर परिवार को एक सरकारी नौकरी देगी।
यह वादा चुनाव तिथियों की घोषणा के बाद किया गया है। तेजस्वी का दावा है कि यह योजना व्यवहारिक और वैज्ञानिक शोध पर आधारित है।
चुनाव नतीजे 14 नवंबर को आएंगे और उसके बाद गठबंधन सरकार बनेगी। तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनने के 20 दिनों के भीतर कानून बनाया जाएगा।
पूरी प्रक्रिया 20 महीनों में पूरी हो जाएगी। तेजस्वी का मानना है कि इस योजना से आवास और आजीविका जैसे मुद्दे अपने आप हल हो जाएंगे।
बिहार में शिक्षक भर्ती एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। दोनों राजनीतिक दल इस पर अपने-अपने दावे कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव की यह घोषणा चुनावी रणनीति का हिस्सा लग रही है। युवाओं और शिक्षक समुदाय को लुभाने की कोशिश साफ दिख रही है।