
21 जून, लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर एक अनूठी पहल करते हुए राज्य भर के वृद्धाश्रमों और स्कूलों में विशेष योग सत्र आयोजित किए। सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों वृद्ध नागरिकों और छात्रों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।
योग दिवस की थीम ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य के सभी 75 जिलों के वृद्धाश्रमों और जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में योग सत्र आयोजित किए गए। इस दौरान वृद्ध नागरिकों, छात्रों और शिक्षकों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया।
सामाजिक कल्याण विभाग के अनुसार, राज्य भर के वृद्धाश्रमों में रह रहे 6,500 से अधिक बुजुर्गों ने विशेषज्ञों की निगरानी में योग किया। वहीं सर्वोदय विद्यालयों के छात्रों ने अपने शिक्षकों के साथ समूह योग सत्र में भाग लेकर स्वस्थ जीवन जीने का संकल्प लिया।
बनारस में बीएचयू के योग विशेषज्ञ विनोद कुमार पटेल ने योग सत्र का नेतृत्व किया और नियमित योग अभ्यास के स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से बताया। महोबा में योग प्रशिक्षक प्रेम नारायण स्वर्णकार ने आदर्शशिला वृद्धाश्रम में विशेष सत्र आयोजित किया।
बहराइच के अमीनपुर नगरौर वृद्धाश्रम में प्रशिक्षक अजय कुमार चौधरी, डॉ. राम गोपाल और अन्य ने वृद्ध निवासियों को सरल आसन सिखाए। जिला अधिकारियों ने भी मौके पर मौजूद रहकर बुजुर्गों को स्वस्थ जीवन के लिए योग को दैनिक आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
जेपी नारायण सर्वोदय विद्यालयों में भी छात्रों और कर्मचारियों ने जोश के साथ योग दिवस मनाया। चंदौली के हेतमपुर स्थित स्कूल में शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों ने एक साथ प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, वज्रासन और ताड़ासन जैसे आसन किए।
सामाजिक कल्याण विभाग के उप निदेशक कृष्ण प्रसाद ने बताया कि योग दिवस छात्रों के आत्मविश्वास, अनुशासन और स्वास्थ्य को बढ़ाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 100 सर्वोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं जो आवासीय सुविधाओं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और जेईई तथा नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क तैयारी की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि उत्तर प्रदेश सरकार योग को मुख्यधारा में लाने और सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर इसे लागू करने के प्रति प्रतिबद्ध है। इस पहल के माध्यम से राज्य भर के वृद्ध नागरिकों और छात्रों के जीवन में योग को शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।