
मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज प्रिथवी शॉ ने घरेलू क्रिकेट में नई टीम के साथ जुड़ने के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मांगा है। शॉ का कहना है कि यह कदम उनके करियर के “विकास और प्रगति” के लिए जरूरी है।
25 वर्षीय शॉ ने अपने पत्र में MCA को धन्यवाद देते हुए लिखा, “मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के साथ खेलना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। यहां मिले अवसरों और सहयोग के लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा।”
लेकिन अब उन्हें लगता है कि किसी अन्य राज्य संघ के साथ खेलना उनके लिए बेहतर होगा। शॉ ने पत्र में आगे कहा, “मैंने यह फैसला पूरे विचार-विमर्श के बाद लिया है और MCA के प्रति मेरा पूरा सम्मान बरकरार है।”
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि शॉ का पत्र एपेक्स काउंसिल के पास भेजा गया है और जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
पिछले साल शॉ को मुंबई की रणजी टीम से खराब फिटनेस और अनुशासनहीनता के कारण बाहर कर दिया गया था। हालांकि, उन्होंने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई का प्रतिनिधित्व किया था, जिसे उनकी टीम ने जीता था।
शॉ के करियर पर अनुशासन के सवाल हमेशा से उठते रहे हैं। मुंबई टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी टिप्पणी करते हुए कहा था, “उन्हें अपने काम करने के तरीके सुधारने की जरूरत है। इस स्तर पर खेलने वाले हर पेशेवर को पता होना चाहिए कि उन्हें क्या करना है।”
प्रिथवी शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट और 6 वनडे मैच खेले हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से वह राष्ट्रीय टीम से दूर हैं। अब देखना यह होगा कि क्या MCA उन्हें NOC देता है और शॉ अपने करियर को नई दिशा दे पाते हैं।