
नई दिल्ली, 26 जून (सोशलन्यूज.XYZ)। एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की चंडीगढ़ जोन टीम ने 22 और 23 जून को हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर (ADC) निशांत सरीन के खिलाफ चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई। सरीन फिलहाल धर्मशाला में तैनात हैं।
इस ऑपरेशन के दौरान ED की टीम ने सात स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें आवासीय परिसर, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान और एक सरकारी कार्यालय शामिल थे।
जांच के पीछे सरीन के बद्दी, हिमाचल प्रदेश में ADC रहते हुए पद के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप हैं। बद्दी भारत के प्रमुख फार्मास्युटिकल हब के रूप में जाना जाता है।
ED की यह जांच हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा दर्ज FIR पर आधारित है। 1988 के भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 11 के तहत यह केस दर्ज किया गया था। सरीन को पहले ही विजिलेंस अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था और उनके सहयोगी कोमल खन्ना के साथ चार्जशीट दाखिल की गई थी। बाद में जमानत मिलने के बाद सरीन को सितंबर 2024 में धर्मशाला में दोबारा तैनात कर दिया गया।
ED के एक प्रेस बयान के अनुसार, निशांत सरीन और अन्य के खिलाफ 2022 में हरियाणा पुलिस ने एक और FIR दर्ज की थी। इसमें झेनिया फार्मास्युटिकल्स, पंचकुला की पार्टनरशीप डीड में जालसाजी, कोमल खन्ना की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 95 प्रतिशत करने और निशांत सरीन द्वारा पद के दुरुपयोग के आरोप शामिल हैं।
तलाशी के दौरान ED अधिकारियों को कई अहम दस्तावेज बरामद हुए, जिनमें ड्रग लाइसेंस, शो काज नोटिस और संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड शामिल हैं। मोबाइल फोन, लैपटॉप और पेन ड्राइव के रूप में डिजिटल साक्ष्य भी जब्त किए गए।
लगभग 32 लाख रुपये मूल्य की दो गाड़ियों, 40 से अधिक बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट्स के साथ सरीन और उनके परिवार से जुड़े तीन लॉकरों को फ्रीज या जब्त कर लिया गया।
इसके अलावा, उनके न्यू चंडीगढ़ स्थित आवास ओमैक्स कैशिया में 60 से अधिक शराब की बोतलें भी मिलीं।
ED अब सरीन के धर्मशाला में वर्तमान पदस्थाल के दौरान उनके खिलाफ नए उगाही के शिकायतों और उनके परिवार के सदस्यों और फार्मास्युटिकल कंपनियों के बीच संदिग्ध वित्तीय संबंधों की भी जांच कर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि जांच जारी है और एकत्र किए गए साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।